Friday 28 July 2017

खेल ..

मत छोड़ना ये ज़िंदगी ,
ये है आखिरी रेल,
जीतना नहीं चाहे,
पर तू दिल से खेल.
माना दुनिया तेरे पास ,
यही तुझसे चाहती .
जीत ही बस वो दवा
जो वो तुझसे मांगती .
तो खेल जी भर कर के इतना .
की हार तुझसे हार जाये .
खेलता जा इतना दिल से,
जीत तेरे गीत गाये.
गर जो ऐसा नहीं होता ,
न करना मन मटमैल .
जीतना नहीं भले ,
पर तू दिल से खेल .

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