Tuesday 16 August 2016

शहीद 🚩

#शहीद

लाड़ला वो सबका ,
था सब से छोटा ,
वर्दी में गया था,
तिरंगे में लौटा .

पर उसकी भौंह पर ,
फक्र ज्यों का त्यों है .
बस एक दुख है
ये आंखें बंद क्यों हैं ?

क्या बचपन के जैसे
मज़ाक कर रहा है ये ,
धड़कते धड़कते दिल
सवाल कर रहा है ये .

लो बता ही दिया उसके
साथियों ने मुझको .
रोक सा दिया इन धड़कती
धड़कनों को.

आन्सू तो आए, पर रोना ना आया ,
लगा जैसे बहुत कुछ अभी मैने पाया .
मेरे दुख और सुख में समर* हो गया ,
मेरा बेटा मर के अमर हो गया .

देश को दिया है कुछ , मैं गर्व में रहूंगा .
मैं सारी दुनिया से अभिमान से कहूंगा ..

वो था प्यारी लोरी ,
राष्ट्र गीत हो गया .
मेरा इकलौता बेटा
शहीद हो गया .

आयुष :)
*समर - युद्ध, सन्ग्राम

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